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किराए के घर में वास्तु दोष दूर करने के 5 सरल उपाय: जीवन में सुख-समृद्धि लाएं

नमस्कार! मैं ज्योतिषाचार्य प्रकाश चन्द्र जोशी, और मैं जानता हूँ कि हममें से अधिकतर लोगों के लिए अपना घर खरीदना एक सपना होता है। लेकिन मेट्रो शहरों या नई नौकरियों की शुरुआत में, किराए के घर में रहना एक सच्चाई है। जब हम किराए के मकान में जाते हैं, तो हम अक्सर यह नहीं देख पाते कि वह घर वास्तु के सिद्धांतों पर कितना खरा उतरता है।

एक पुराना या पूर्व-निर्मित घर अक्सर अपने साथ वास्तु दोष लेकर आता है। ये दोष हमारे जीवन में अप्रत्याशित बाधाएं, स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक तंगी और मानसिक अशांति पैदा कर सकते हैं। अक्सर लोग सोचते हैं कि किराए के घर में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया जा सकता, इसलिए वास्तु दोष दूर करना असंभव है।

लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है!

यह पोस्ट आपको आश्वस्त करेगी कि आप बिना किसी तोड़-फोड़ या भारी खर्च के, केवल कुछ सरल और शक्तिशाली वास्तु उपायों से अपने किराए के घर के वास्तु दोषों को प्रभावी ढंग से दूर कर सकते हैं। ये उपाय न केवल आपके घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देंगे, बल्कि आपके जीवन में स्थिरता, स्वास्थ्य और धन-समृद्धि भी लाएंगे।

लेखक का मत: वास्तु केवल दिशाओं का विज्ञान नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा का संतुलन है। किराए के घर में, हमें उस ऊर्जा को संतुलित करने पर ध्यान केंद्रित करना होता है, जो पिछले निवासियों के कारण असंतुलित हो चुकी हो।


अध्याय 1: वास्तु दोष और किराए का घर – एक गहरा संबंध

1.1 किराए के घर में वास्तु दोष क्यों महत्वपूर्ण हैं?

किराए का घर अस्थायी हो सकता है, लेकिन वहाँ रहने वाले लोगों पर इसका प्रभाव स्थायी होता है। वास्तु दोष, चाहे वह घर आपका हो या किराए का, आपकी ऊर्जा को प्रभावित करता है।

  • पिछली ऊर्जा का प्रभाव: किराए के घरों में पहले कई लोग रह चुके होते हैं। उनकी सफलता या असफलता, सुख या दुख की ऊर्जा घर में बनी रहती है। वास्तु उपाय इस पुरानी नकारात्मक ऊर्जा को साफ करने में मदद करते हैं।

  • तोड़-फोड़ की सीमा: किराए के घर में आप शौचालय का स्थान, मुख्य द्वार की दिशा या रसोई का लेआउट नहीं बदल सकते। इसलिए, हमें ऐसी ऊर्जावान तकनीकों का उपयोग करना होगा जो इन दोषों के नकारात्मक प्रभाव को संतुलित (Balance) कर सकें।

  • मानसिक शांति: यदि घर में वास्तु दोष हो, तो आपका मन हमेशा अशांत रहता है, जिससे आप अपने करियर या व्यक्तिगत जीवन पर ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते।


अध्याय 2: किराए के घर में वास्तु दोष दूर करने के 5 सरल उपाय (The Core Solutions)

किराए के घर के लिए ये पाँच उपाय सबसे प्रभावी और आसानी से लागू किए जा सकते हैं:

उपाय 1: नकारात्मक ऊर्जा की त्वरित शुद्धि (Salt Cleansing and Smudging)

नकारात्मक ऊर्जा को हटाने का यह सबसे तेज़ और प्राचीन तरीका है। यह तुरंत घर के वातावरण को शुद्ध करता है और स्थिरता लाता है।

उपाय की विधि:

  1. समुद्री नमक का पोंछा: सप्ताह में कम से कम दो बार (विशेषकर गुरुवार को छोड़कर) घर के फर्श पर पोंछा लगाने वाले पानी में दो चम्मच समुद्री नमक (Sea Salt) या खड़ा नमक मिलाएं। नमक नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने की अद्भुत क्षमता रखता है।

  2. कोनों में नमक के कटोरे: घर के उन कोनों या कमरों में, जहाँ आप उदासी या भारीपन महसूस करते हैं (जैसे शौचालय, अँधेरा कोना, या सीढ़ियों के नीचे), छोटे खुले कटोरे में खड़ा नमक भरकर रखें। हर 15 दिन में इस नमक को फ्लश कर दें।

  3. धूपन (Smudging): घर में प्रवेश करने के बाद पहले 40 दिनों तक, प्रतिदिन लोबान, गुग्गल, या कपूर जलाकर पूरे घर में धुआँ करें। इसकी सुगंध और धुआँ पिछली नकारात्मक ऊर्जा को तोड़कर बाहर निकालता है।

वास्तु विज्ञान:

  • नमक: वास्तु में नमक को एक शक्तिशाली ऊर्जा-शोषक (Energy Absorber) माना जाता है। यह घर के वायुमंडल में मौजूद रुकी हुई या नकारात्मक ऊर्जा को खींच लेता है।

  • लोबान/गुग्गल: ये प्राकृतिक रेजिन (Resins) वातावरण में उच्च-आवृत्ति वाली सकारात्मक तरंगें (High-Frequency Positive Waves) उत्सर्जित करते हैं, जो किसी भी नकारात्मक प्रभाव को बेअसर कर देती हैं।


उपाय 2: दर्पण का सही उपयोग (The Strategic Placement of Mirrors)

दर्पण (Mirror) वास्तु दोषों को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने का एक शक्तिशाली और सस्ता माध्यम है। इसका उपयोग विशेष रूप से दोषपूर्ण दिशाओं में ऊर्जा को 'ठीक' करने के लिए किया जाता है।

उपाय की विधि:

  1. मुख्य द्वार के दोष: यदि आपके घर का मुख्य द्वार किसी अशुभ दिशा (जैसे दक्षिण-पश्चिम) में है, तो प्रवेश द्वार के ठीक सामने (बाहर की तरफ नहीं, अंदर की तरफ) एक छोटा उत्तल दर्पण (Convex Mirror) लगाएं। यह दोष की ऊर्जा को 'लौटा' देता है।

  2. धन की दिशा (उत्तर): यदि आपके घर के उत्तर या ईशान (उत्तर-पूर्व) कोण में कोई दोष (जैसे स्टोर रूम या अँधेरा) है, तो उस दिशा की दीवार पर एक चौकोर या आयताकार दर्पण इस तरह लगाएं कि वह किसी सुंदर वस्तु, हरियाली या खाली दीवार को प्रतिबिंबित करे।

  3. बेडरूम में सावधानी: बेडरूम में दर्पण लगाते समय यह सुनिश्चित करें कि सोते समय आपका शरीर (विशेषकर पैर) उसमें प्रतिबिंबित न हो। यदि हटाना संभव न हो, तो रात में उसे कपड़े से ढक दें।

वास्तु विज्ञान:

  • दर्पण ऊर्जा को प्रतिबिंबित (Reflect) और विस्तृत (Expand) करता है। सही जगह पर यह धन की दिशा (उत्तर) की ऊर्जा को कई गुना बढ़ा देता है। गलत जगह पर, यह नकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है।


उपाय 3: रंग, प्रकाश और पौधों का संतुलन (Color, Light, and Plant Therapy)

किराए के घर में आप दीवारों का रंग नहीं बदल सकते, लेकिन रंगीन वस्तुओं, प्रकाश और प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करके दोषों को संतुलित कर सकते हैं।

उपाय की विधि:

  1. आग्नेय कोण (South-East) में दोष: यदि रसोई (आग्नेय) में कोई दोष है या वहाँ नीला/काला रंग है, तो उस क्षेत्र में लाल या नारंगी रंग के पर्दे, तौलिये या सजावटी सामान का प्रयोग करें। यहाँ एक लाल बल्ब जलाना भी अग्नि तत्व को संतुलित करता है।

  2. नैऋत्य कोण (South-West) में कमी: यदि नैऋत्य कोण (संबंधों और स्थिरता का क्षेत्र) कटा हुआ या खाली है, तो इस दिशा में एक भारी, स्थिर वस्तु (जैसे एक अलमारी या बड़ा गमला) रखें और पीले या मिट्टी के रंग के पर्दे/कालीन का उपयोग करें। यहाँ परिवार की एक हँसती हुई फोटो लगाएं।

  3. पौधों का प्रयोग: घर के अंदर (बाथरूम या अंधेरी जगह को छोड़कर) तुलसी (उत्तर-पूर्व में), मनी प्लांट (दक्षिण-पूर्व में), या बाँस का पौधा (ईशान में) रखें। ये पौधे अपने आस-पास की ऊर्जा को शुद्ध करते हैं और सकारात्मकता बढ़ाते हैं।

वास्तु विज्ञान:

  • वास्तु पाँच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) पर आधारित है। रंग और प्रकाश तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उदाहरण के लिए, लाल रंग अग्नि तत्व को, और हरा रंग वायु तत्व को संतुलित करता है।


उपाय 4: ध्वनि और मंत्रों का प्रयोग (Sound and Frequency Balancing)

ध्वनि एक ऐसी शक्तिशाली ऊर्जा है, जिसे आप महसूस कर सकते हैं। किसी भी पुरानी या रुकी हुई ऊर्जा को तोड़ने के लिए ध्वनि का उपयोग करना किराए के घर के लिए सबसे आसान और सबसे प्रभावी उपाय है।

उपाय की विधि:

  1. घंटी और शंखनाद: प्रतिदिन घर में शंख बजाएं। शंख की ध्वनि तरंगें इतनी शक्तिशाली होती हैं कि ये घर की सभी नकारात्मक और मृत ऊर्जा को झटके से बाहर निकाल देती हैं। मुख्य द्वार खोलते समय एक सुंदर सी विंड चाइम (Wind Chime) लटकाएं।

  2. मंत्रों का उच्चारण: सुबह और शाम, घर में शांत संगीत, जैसे गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, या ओम नमः शिवाय का जाप धीमी आवाज़ में करें या चलाएं। यह न केवल घर का वातावरण शुद्ध करता है, बल्कि निवासियों की मानसिक शांति और एकाग्रता भी बढ़ाता है।

  3. घंटी बजाना: घर के हर कोने, विशेषकर अँधेरे स्थानों और कम इस्तेमाल होने वाले कमरों में, पूजा की छोटी घंटी बजाएं। यह ऊर्जा के प्रवाह को सक्रिय करता है।

वास्तु विज्ञान:

  • वास्तु में ध्वनि को 'आकाश तत्व' का प्रतीक माना जाता है। मंत्रों और शंख की ध्वनि उच्च आवृत्ति वाली तरंगें (High Frequency Waves) उत्पन्न करती है, जो नकारात्मक तरंगों (Low Frequency Waves) को काट देती है।


उपाय 5: दिशात्मक और प्रतीकात्मक उपचार (Directional and Symbolic Remedies)

जब आप कोई दीवार नहीं तोड़ सकते, तो प्रतीकों (Symbols) का उपयोग करके दोष को बेअसर किया जा सकता है।

उपाय की विधि:

  1. शौचालय का दोष (सबसे आम): यदि आपके घर में शौचालय वास्तु के अनुसार गलत जगह पर है (जैसे उत्तर या पूर्व में), तो उसकी ऊर्जा को कम करने के लिए टॉयलेट सीट हमेशा बंद रखें। फर्श पर एक छोटा कटोरी में खड़ा नमक रखें और हर हफ्ते बदलें।

  2. मुख्य द्वार की ऊर्जा: मुख्य द्वार पर स्वस्तिक, ॐ, या त्रिशूल का प्रतीक लगाएं। ये सुरक्षा के प्रतीक हैं और नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकते हैं। इसके अलावा, बाहर की तरफ एक उज्ज्वल, फोकस किया हुआ प्रकाश (Spotlight) लगाएं।

  3. जल तत्व का संतुलन (उत्तर दिशा): यदि आपकी उत्तर दिशा (धन और अवसरों की दिशा) अवरुद्ध है, तो उस दिशा की दीवार पर एक बहते हुए पानी या मछलीघर की तस्वीर लगाएं। लाफिंग बुद्धा या कुबेर यंत्र भी उत्तर दिशा में रखना अत्यंत शुभ है।

  4. किचन में चूल्हे की दिशा: यदि चूल्हा (Gas Stove) वास्तु के अनुसार गलत दिशा में रखा है, तो उसके नीचे एक पीले रंग का पत्थर या पीली टाइल रखें। यह दोष के प्रभाव को कम करता है।

वास्तु विज्ञान:

  • प्रतीक (Symbols) हमारे अवचेतन मन और ब्रह्मांडीय ऊर्जा के साथ संवाद स्थापित करते हैं। सही प्रतीक का उपयोग करके, हम उस दिशा या क्षेत्र की ऊर्जा को 'सही' करने का संकेत देते हैं।


अध्याय 3: ज्योतिषाचार्य प्रकाश चन्द्र जोशी की विशेष सलाह

1 किराए के घर में प्रवेश से पहले के 3 महत्वपूर्ण कार्य

किराए के घर में प्रवेश करने से पहले ये तीन कार्य अवश्य करें:

  1. पेंट और मरम्मत: यदि संभव हो, तो प्रवेश से पहले घर में हल्का पेंट या कम से कम किसी भी टूट-फूट की मरम्मत करवाएं। यह एक नई, सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक है।

  2. गंगाजल का छिड़काव: पूरे घर में, विशेषकर कोनों और बाथरूम में, गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें। यह पिछली ऊर्जा को तुरंत शुद्ध करता है।

  3. दहलीज की पूजा: घर में प्रवेश करने से पहले, दहलीज (Threshold) पर हल्दी-कुमकुम से स्वास्तिक बनाएं और दहलीज की पूजा करें। यह घर को 'स्वागत' करने और सकारात्मकता को स्थायी बनाने का संकेत है।

2 कौन सी दिशा सबसे ज़्यादा मायने रखती है?

किराए के घर में आप हर चीज़ नहीं बदल सकते, इसलिए दो दिशाओं पर सबसे ज़्यादा ध्यान केंद्रित करें:

  1. उत्तर-पूर्व (ईशान कोण): यह दिशा सबसे पवित्र होती है। इसे हमेशा साफ, हल्का और खुला रखें। यहाँ किसी भी तरह का भारी सामान, जूता-चप्पल, या कबाड़ न रखें।

  2. दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण): यह स्थायित्व और रिश्तों का क्षेत्र है। यह भारी और बंद होना चाहिए। यहाँ परिवार की मुखिया की तस्वीर लगाना शुभ होता है।


अध्याय 4: वास्तु दोष निवारण का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक आधार

1 ऊर्जा प्रवाह का विज्ञान (The Science of Energy Flow)

वास्तु दोष निवारण केवल अंधविश्वास नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा के प्रवाह का विज्ञान है।

  • चुंबकीय क्षेत्र: पृथ्वी का एक चुंबकीय क्षेत्र है (उत्तर से दक्षिण)। वास्तु दिशाओं के साथ सामंजस्य स्थापित करके, हम इस प्राकृतिक ऊर्जा को अपने घर में प्रवाहित करते हैं, जिससे हमारे शरीर का ऊर्जा चक्र (चक्र) संतुलित रहता है।

  • प्रकाश और वायु: वास्तु हमेशा घर में पर्याप्त सूर्य का प्रकाश (विशेषकर सुबह का) और ताजी हवा के संचलन पर ज़ोर देता है। प्रकाश और वायु की कमी ही वास्तु दोषों का मूल कारण बनती है।

2 वास्तु और हमारे मन का कनेक्शन

  • मानसिक प्रभाव: एक अव्यवस्थित (Cluttered), अँधेरे, या दुर्गंधयुक्त घर तुरंत हमारे मन को प्रभावित करता है। सरल वास्तु उपाय (जैसे रंग, रोशनी, और सफाई) हमारे मन को शांति और स्पष्टता प्रदान करते हैं, जिससे हम जीवन के बड़े फैसले सही तरीके से ले पाते हैं।


    इन उपायों को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करने पर, आपका किराए का घर भी एक खुशहाल, समृद्ध और ऊर्जावान निवास स्थान बन जाएगा, जो आपको आपके जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूरी तरह से सहयोग करेगा।




     किराए के घर में वास्तु दोष क्यों होता है, और क्या इसे बिना तोड़-फोड़ के ठीक किया जा सकता है?

    A1. किराए के घर में वास्तु दोष मुख्य रूप से पिछले निवासियों की नकारात्मक ऊर्जा, घर की खराब देखभाल और निर्माण के समय हुई वास्तुगत त्रुटियों के कारण होता है। हाँ, ज्योतिषाचार्य प्रकाश चन्द्र जोशी के अनुसार, इसे बिना किसी तोड़-फोड़ के पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। आप नमक का प्रयोग, सही दिशा में दर्पण लगाना, पौधों का उपयोग और मंत्रों/ध्वनि चिकित्सा (Sound Therapy) जैसे सरल उपायों से नकारात्मक ऊर्जा को संतुलित कर सकते हैं।

    Q2. किराए के घर में सबसे आम वास्तु दोष कौन सा है, और इसका उपाय क्या है?

    A2. किराए के घरों में सबसे आम वास्तु दोष शौचालय का गलत दिशा में होना (विशेषकर उत्तर या ईशान कोण में) या मुख्य द्वार का दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना है।

    • उपाय: शौचालय के दोष को कम करने के लिए टॉयलेट सीट हमेशा बंद रखें, और एक खुले कटोरे में खड़ा नमक भरकर रखें जिसे हर हफ्ते बदलते रहें।

    • मुख्य द्वार के दोष के लिए, प्रवेश द्वार के अंदर की तरफ 'ॐ' या 'स्वस्तिक' का प्रतीक लगाएं और दहलीज पर हल्दी-कुमकुम का छिड़काव करें।

    Q3. क्या नमक के पानी का पोंछा लगाना किराए के घर के वास्तु दोषों को वास्तव में दूर कर सकता है?

    A3. हाँ, नमक (विशेषकर समुद्री या खड़ा नमक) वास्तु विज्ञान में एक शक्तिशाली ऊर्जा शोषक (Energy Absorber) माना जाता है। सप्ताह में कम से कम दो बार (गुरुवार को छोड़कर) पानी में समुद्री नमक मिलाकर पोंछा लगाने से फर्श और पूरे घर में मौजूद रुकी हुई या नकारात्मक ऊर्जा अवशोषित हो जाती है, जिससे घर का वातावरण तुरंत शुद्ध और हल्का महसूस होता है।

    Q4. किराए के घर में धन-समृद्धि के लिए वास्तु के अनुसार कौन सी दिशा सबसे महत्वपूर्ण है?

    A4. किराए के घर में धन और नए अवसरों के लिए उत्तर दिशा (जल तत्व) सबसे महत्वपूर्ण है। यदि यह दिशा अवरुद्ध (Blocked) है या यहाँ कोई दोष है, तो धन का प्रवाह रुक जाता है। इसे सक्रिय करने के लिए, उत्तर दिशा में एक नीले रंग का पिरामिड रखें, या बहते हुए पानी की तस्वीर लगाएं। यह सुनिश्चित करें कि यह दिशा हमेशा साफ-सुथरी और रोशनी से भरपूर रहे।

    Q5. घर में प्रवेश से पहले किराए के मकान में कौन सा आध्यात्मिक कार्य अवश्य करना चाहिए?

    A5. ज्योतिषाचार्य प्रकाश चन्द्र जोशी सलाह देते हैं कि किराए के घर में प्रवेश से पहले 'ऊर्जा शुद्धि' करना अनिवार्य है। इसके लिए, पूरे घर में गंगाजल या गौमूत्र का छिड़काव करें, और धूपन (लोबान, गुग्गल या कपूर) करके सभी कमरों में धुआँ करें। इसके बाद, दहलीज पर स्वास्तिक बनाकर पूजा करें। यह कार्य पिछली नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर, आपके लिए एक नई और सकारात्मक शुरुआत सुनिश्चित करता है।

लेख से सम्बंधित कुछ प्रश्न — 

 

पोस्ट टैंग — 


—  आज का पंचांग

 मंगलवार, 04 नवंबर 2025 : 08 : 21 PM

Sunrise 06:13 AM
Sunset 06:37 PM
Moonrise 07:00 AM
Moonset 07:28 PM

नक्षत्र —

उत्तर फाल्गुनी - [ देवता: सूर्य, वैदिक नाम: रवि ]

 बुधवार, 04 सितंबर 2024 : 03 : 10 AM से गुरुवार, 05 सितंबर 2024 : 06 : 14 AM तक

तिथि —

प्रतिपदा - [ पक्ष: शुक्ल पक्ष ]

 मंगलवार, 03 सितंबर 2024 : 07 : 25 AM से बुधवार, 04 सितंबर 2024 : 09 : 47 AM तक

द्वितीया - [ पक्ष: शुक्ल पक्ष ]

 बुधवार, 04 सितंबर 2024 : 09 : 47 AM से गुरुवार, 05 सितंबर 2024 : 12 : 21 PM तक

लेखक परिचय — 

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नमस्कार मैं प्रकाश चंन्द आपका ज्योतिष आचार्य। मैं लगभग 25 वर्षों से ज्योतिष शास्त्र से जुड़ा हुआ हूँ। मैंने काफी सारे लोगों के लिए सटीक भविस्यवाणी की है। साथ ही Today Rashifal in Hindi पर मैं डेली होरोस्कोप के ऊपर भविस्यवाणी करता हूँ। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई। जानकारी पसंद आती है। तो आप इसे अपने सगे-संबंधो के साथ भी साझा करें। 🧡

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